29 मौतों के बाद माने डॉक्टर
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KANPUR (27 Sept): तीन दिन में दो दर्जन से ज्यादा बेगुनाह बीमार लोगों की जान लेने के बाद आखिरकार डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई. प्रशासनिक अफसरों के अनुसार कमिश्नर अमित घोष ने नर्सिगहोम्स में तोड़फोड़, डॉक्टरों से मारपीट और अभद्रता करने वालों को चिन्हित कर, उनपर एनएसए लगाए जाने के निर्देश दिए.
इसके बाद ही मंडे को देर शाम आईएमए भवन में हुई बैठक के बाद 72 घंटे की हड़ताल खत्म करने की घोषणा की गई. इसी के साथ पैथॉलॉजी और मिशनरी व चैरिटेबिल अस्पतालों में भी काम शुरू हो गया जो समर्थन में मंडे मार्निग से हड़ताल पर थे.
नाराज थे पिटाई से
कल्याणपुर के डॉक्टर गोपाल गुप्ता की पिटाई से गुस्साए शहर भर के प्राइवेट डॉक्टर्स ने सैटरडे सुबह से हड़ताल कर दी थी. संडे को मेडिकल एसोसिएशन की कॉल पर की स्ट्राइक में पैथॉलजी वाले भी शामिल हो गए थे. सैटरडे से इलाज को मरीज पूरे शहर में भटकते फिरे. पैथॉलॉजियों में भी लोगों की रिपोर्ट तो दी गई लेकिन जांच के लिए सैंपल नहीं लिए गए. मंडे को आईएमए ने मिशनरीज हॉस्पिटल्स को भी स्ट्राइक में शामिल हो लिए थे.
तीन दिनों तक चली डॉक्टर्स की ये स्ट्राइक मंडे की शाम तक 29 मरीजों की जानें निगल गई थी. शहर के हालत बद से बदतर होते चले गए. संडे को एडमिनिस्ट्रेशन से बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका. हर नर्सिगहोम में नो एडमीशन के पर्चे चस्पा थे. इलाज के लिए भटकते कई लोगों ने गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स पहुंचने से पहले ही दम तोड़ते रहे.
देर शाम decision
मंडे शाम आईएमए टेंपल ऑफ सर्विस में मीटिंग ऑर्गनाइज की गई. इसमें सभी पदाधिकारी शामिल हुए. डॉ. अवध दुबे, डॉ. एसी अग्रवाल, डॉ. अलका शर्मा ने सभी मैम्बर्स के साथ हुई मीटिंग के बाद मंडे नाइट स्ट्राइक खत्म करने का डिसीजन लिया. डॉ. अवध दुबे ने बताया कि एडमिनिस्ट्रेशन ने उनकी सभी मांगें मान ली है. उन्हें पूरी तरह से सिक्योरिटी देने को कहा है. देर रात नर्सिग होम में नए मरीज एडमिट करने का सिललिला शुरू हुआ.
इनकी गई जान
Doctors agree after died 29 patient
Reviewed by Brajmohan
on
4:36 AM
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