i next central desk
हरियाणा के भिवानी में एक छोटा सा गांव है, खापरवास, जहां पर गुरुवार को एक एतिहासिक मौका दर्ज हुआ. इस गांव की 23 साल की मोनिका रानी ने पहले जहां दूल्हे की तरह घुड़चढ़ी की रस्म अदा की तो वहीं शादी में सात की जगह आठ फेरे लिए. गुरुवार को शादी के बंधन में बंधने वाली मोनिका के मुताबिक उसका यह कदम लड़के और लड़कियों में भेदभाव को खत्म करने के मकसद से है.
Icon of the society
मोनिका के इस कदम को उसके गांव और पैरेंटस का पूरा सपोर्ट मिला. बुधवार को घोड़े पर चढ़कर जिस समय वो गांव का चक्कर लगा रही थी उस समय 400 लोग उसे आशीर्वाद देने के लिए मौजूद थे. वहीं जब मोनिका की शादी हुई तो भी गांव के लोगों ने उसे अपनी बेस्ट विशेज दी. मोनिका ने सात की जगह आठ फेरे लेकर एक नई मिसाल कायम की. उसका कहना था कि आंठवें फेरे के साथ ही उसने और उसके पति ने देश में फीमेल इनफैंटीसाइड के खिलाफ कसम ली है. सीनियर सेकेंड्री के बाद स्टडीज छोड़ने वाली मोनिका अब पूरे गांव के लिए मिसाल बन गई है. उसका यह कदम जहां एक तरफ लड़कियों को इंस्पायर करेगा तो वहीं सोसायटी को भी नए तरह से सोचने पर मजबूर करेगा. मोनिका को भिवानी एसपी अश्विन शायन्वे ने इसके लिए इंस्पायर किया और उन्होंने डिस्ट्रीक्ट रेड क्रॉस सोसायटी के साथ मिलकर सेव द गर्ल चाइल्ड कैंपेन भी लांच किया.
Just like a groom
मोनिका इस शादी में भले ही एक दूल्हन थीं लेकिन उनका अंदाज किसी दूल्हे से कम नहीं था. घुढ़चढ़ी की रस्म के दौरान मोनिका ने दूल्हे की तरह ही रेड और ब्लू कलर की शेरवानी और सिर पर पगड़ी पहनी हुई थी. वह घोढ़े पर किसी दूल्हे की तरह चढ़कर उस मंदिर तक पहुंची जहां पर उनकी शादी होनी थी. मोनिका के फ्रेंड्स के मुताबिक यह करने के लिए हिम्मत चाहिए और वो शायद सिर्फ मोनिका के पास ही है. मोनिका का भाई उसे बहन नहीं बल्कि अपने बड़े भाई की तरह से देखता है. वहीं गांव वालों का भी कहना है कि अब समय आ चुका है जब पुरानी परंपराओं में कुछ बदलाव होना चाहिए. उन्हें खुशी है कि मोनिका जैसे यंगस्टर्स इस बदलाव को ला रहे हैं. मोनिका फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स की वजह से कॉलेज नहीं जा सकी.
हरियाणा के भिवानी में एक छोटा सा गांव है, खापरवास, जहां पर गुरुवार को एक एतिहासिक मौका दर्ज हुआ. इस गांव की 23 साल की मोनिका रानी ने पहले जहां दूल्हे की तरह घुड़चढ़ी की रस्म अदा की तो वहीं शादी में सात की जगह आठ फेरे लिए. गुरुवार को शादी के बंधन में बंधने वाली मोनिका के मुताबिक उसका यह कदम लड़के और लड़कियों में भेदभाव को खत्म करने के मकसद से है.
Icon of the society
मोनिका के इस कदम को उसके गांव और पैरेंटस का पूरा सपोर्ट मिला. बुधवार को घोड़े पर चढ़कर जिस समय वो गांव का चक्कर लगा रही थी उस समय 400 लोग उसे आशीर्वाद देने के लिए मौजूद थे. वहीं जब मोनिका की शादी हुई तो भी गांव के लोगों ने उसे अपनी बेस्ट विशेज दी. मोनिका ने सात की जगह आठ फेरे लेकर एक नई मिसाल कायम की. उसका कहना था कि आंठवें फेरे के साथ ही उसने और उसके पति ने देश में फीमेल इनफैंटीसाइड के खिलाफ कसम ली है. सीनियर सेकेंड्री के बाद स्टडीज छोड़ने वाली मोनिका अब पूरे गांव के लिए मिसाल बन गई है. उसका यह कदम जहां एक तरफ लड़कियों को इंस्पायर करेगा तो वहीं सोसायटी को भी नए तरह से सोचने पर मजबूर करेगा. मोनिका को भिवानी एसपी अश्विन शायन्वे ने इसके लिए इंस्पायर किया और उन्होंने डिस्ट्रीक्ट रेड क्रॉस सोसायटी के साथ मिलकर सेव द गर्ल चाइल्ड कैंपेन भी लांच किया.
Just like a groom
मोनिका इस शादी में भले ही एक दूल्हन थीं लेकिन उनका अंदाज किसी दूल्हे से कम नहीं था. घुढ़चढ़ी की रस्म के दौरान मोनिका ने दूल्हे की तरह ही रेड और ब्लू कलर की शेरवानी और सिर पर पगड़ी पहनी हुई थी. वह घोढ़े पर किसी दूल्हे की तरह चढ़कर उस मंदिर तक पहुंची जहां पर उनकी शादी होनी थी. मोनिका के फ्रेंड्स के मुताबिक यह करने के लिए हिम्मत चाहिए और वो शायद सिर्फ मोनिका के पास ही है. मोनिका का भाई उसे बहन नहीं बल्कि अपने बड़े भाई की तरह से देखता है. वहीं गांव वालों का भी कहना है कि अब समय आ चुका है जब पुरानी परंपराओं में कुछ बदलाव होना चाहिए. उन्हें खुशी है कि मोनिका जैसे यंगस्टर्स इस बदलाव को ला रहे हैं. मोनिका फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स की वजह से कॉलेज नहीं जा सकी.
दुल्हन की घुड़चढ़ी और आठ फेरे
Reviewed by Brajmohan
on
12:05 AM
Rating:
No comments:
Comment Me ;)