KANPUR ( 22 Oct): मानसून सीजन के बाद हुई हैवी रेनफॉल का असर साफ नजर आ रहा है. बुधवार को मिनिमम टेंपरेचर ने पिछले सभी रिकार्डो को पीछे छोड़ दिया. बुधवार की रात 39 वर्षो में 21 अक्टूबर की सबसे ठंडी रात साबित हुई. सीएसए मौसम विभाग के 39 सालों की हिस्ट्री में इस डेट को पहले कभी भी मिनिमम टेंपरेचर 14 के नीचे नहीं गया है. केवल दो बार 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आमतौर पर नवंबर के सेकेंड वीक में मिनिमम टेंपरेचर इतना रहता है.
मानसून सीजन के बाद अक्टूबर के फर्स्ट वीक में हुई हैवी रेनफॉल को सर्दी की मुख्य वजह माना जा रहा है. सीएसए के मौसम विभागाध्यक्ष डॉ. अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि बारिश से एटमॉस्फियर से ड्राइनेस खत्म हो गई है. माइश्चर हो गया है. इसी वजह से रात का टेंपरेचर डाउन हो रहा है. हिल एरिया से आ रही पश्चिमी हवाएं भी इसमें अहम रोल निभा रही हैं. सीबी सिंह ने कहा कि आसमान में क्लाउड न होने की वजह से दिन का टेंप्रेचर बढ़ रहा है.
मानसून सीजन के बाद अक्टूबर के फर्स्ट वीक में हुई हैवी रेनफॉल को सर्दी की मुख्य वजह माना जा रहा है. सीएसए के मौसम विभागाध्यक्ष डॉ. अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि बारिश से एटमॉस्फियर से ड्राइनेस खत्म हो गई है. माइश्चर हो गया है. इसी वजह से रात का टेंपरेचर डाउन हो रहा है. हिल एरिया से आ रही पश्चिमी हवाएं भी इसमें अहम रोल निभा रही हैं. सीबी सिंह ने कहा कि आसमान में क्लाउड न होने की वजह से दिन का टेंप्रेचर बढ़ रहा है.