डाकिया दाल, चावल के रेट लाया
Deepali SinghKANPUR (3 Oct): महंगाई की मार लोगों की कमर तोड़ रही है. दाल, चीनी, आलू आदि के रेट सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रहे हैं. देश में कहां कितनी महंगाई और कहां रेट कम हैं, इसका पता लगाने के लिए गवर्नमेंट ने नया तरीका अपनाया है. यह तरीका ऐसा है जिससे महंगाई की सटीक जानकारी लग सकेगी. उसी से महंगाई पर लगाम कसने का रास्ता भी खोजा जा सकेगा. गवर्नमेंट का यह रास्ता पोस्ट ऑफिस से होकर गुजरता है. उसने उसे ही दाल, चावल आदि खाद्य पदार्थो के रेट पता करने की जिम्मेदारी सौंपी है.डाकिया अब साहूकार भी हो गया है. वह घर-घर लेटर पहुंचाने के साथ बाजार से राशन के रेट भी पता कर रहे हैं.191 वस्तुएंयह काम आम आदमी की सुविधा और प्राइस इंडेक्स मेंटेन करने के लिए शुरू किया है. इसके लिए सेंट्रल स्टैटिसटिक्स डिपार्टमेंट ने पोस्टल डिपार्टमेंट के साथ टाईअप किया है. इसके तहत पोस्टमैनों को आटा, चावल, दाल, नमक और चीनी जैसी 191 चीजों के रेट हर महीने पता करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पोस्टल डिपार्टमेंट इन रेट लिस्ट को सेंट्रल स्टैटिसटिक्स डिपार्टमेंट को फारवर्ड करेगा. इसके जरिए प्राइस इंडेक्स ठीक किया जाएगा. साथ ही सिटी और रूरल एरिया के रेट को वैरीफाई भी किया जा सकेगा. सिटी के 20 और यूपी के 149 पोस्ट ऑफिसेज को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
Deepali SinghKANPUR (3 Oct): महंगाई की मार लोगों की कमर तोड़ रही है. दाल, चीनी, आलू आदि के रेट सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रहे हैं. देश में कहां कितनी महंगाई और कहां रेट कम हैं, इसका पता लगाने के लिए गवर्नमेंट ने नया तरीका अपनाया है. यह तरीका ऐसा है जिससे महंगाई की सटीक जानकारी लग सकेगी. उसी से महंगाई पर लगाम कसने का रास्ता भी खोजा जा सकेगा. गवर्नमेंट का यह रास्ता पोस्ट ऑफिस से होकर गुजरता है. उसने उसे ही दाल, चावल आदि खाद्य पदार्थो के रेट पता करने की जिम्मेदारी सौंपी है.डाकिया अब साहूकार भी हो गया है. वह घर-घर लेटर पहुंचाने के साथ बाजार से राशन के रेट भी पता कर रहे हैं.191 वस्तुएंयह काम आम आदमी की सुविधा और प्राइस इंडेक्स मेंटेन करने के लिए शुरू किया है. इसके लिए सेंट्रल स्टैटिसटिक्स डिपार्टमेंट ने पोस्टल डिपार्टमेंट के साथ टाईअप किया है. इसके तहत पोस्टमैनों को आटा, चावल, दाल, नमक और चीनी जैसी 191 चीजों के रेट हर महीने पता करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पोस्टल डिपार्टमेंट इन रेट लिस्ट को सेंट्रल स्टैटिसटिक्स डिपार्टमेंट को फारवर्ड करेगा. इसके जरिए प्राइस इंडेक्स ठीक किया जाएगा. साथ ही सिटी और रूरल एरिया के रेट को वैरीफाई भी किया जा सकेगा. सिटी के 20 और यूपी के 149 पोस्ट ऑफिसेज को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.