अगले साल खुलेगा नौकरियों का खजाना


NEW DELHI (15 March, Agency): इस समय मंदी के दौरानछंटनियां तथा भर्तियों पर रोक कीखबर ही सुनने को मिल रही है लेकिनइस बीच एक अच्छी खबर देश केपैरामिलिट्री फोर्सेज से आ रही है. गवर्नमेंट ने छह पैरामिलिट्री फोर्सेजको मजबूत करने की प्लानिंग बनाईहै. इस पर अमल होने पर ये फोर्सनौकरियों का खजाना खोल सकते हैं.
होम मिनिस्ट्री के अफसरों ने यहां कहाकि सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबीतथा एनएसजी को 123 नईबटालियनें बनाने को अधिकृत कियागया है. ये बटालियनें अगले दो सेतीन साल में बनेंगी.
हर बटालियन में लगभग 1,100 लोगहोंगे और कुल मिलाकर भर्तियों कीसंख्या 1.35 लाख से अधिक रहेगी.
महिलाओं के लिए भी होंगी
ये नौकरियां महिलाओं के लिए भीहोंगी. अगले फाइनेंसियल ईयरमें लगभग 25 नईबटालियन बनेंगी जिनमें देश भर सेलगभग 28,000 भर्तियां की जाएंगी.
एक अफसर ने कहा कि मुंबई में लास्टइयर टेररिस्ट अटैक्स के बाद सेपैरामिलिट्री फोर्सेज के मॉडर्नाइजेशनपर जोर दिया जा रहा है. यहमॉडर्नाइजेशन ह्यूंमन रिसोर्स तथावेपन दोनों रूपों में किया जाएगा. नईबटालियन बनाने की मंजूरी मौजूदातथा भविष्य की जरूरतों को ध्यान मेंरखते हुए दी गई है.
अभी ये है स्थिति
(2009-10)
फिलहाल सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनएसजी, आईटीबीपी, एसएसबी तथा असमराइफल्स में 7,17,909 जवान हैं. सीआरपीएफ में सर्वाधिक 201 बटालियन हैं. सोर्सेज ने कहा किसीआईएसएफ को अपनी संख्या कोबढ़ाकर 1,45,000 करने की मंजूरी दीगई है जो फिलहाल 1,12,000 है.



Battling with recession
BANGALURU (25 Aug, Agency): अगर आप या आपके आसपास कोईआईटी सेक्टर में काम करने वाले कोगुलाबी पर्ची यानी टर्मीनेशन लैटर कासामना करना पड़ा है तो यह खबरउनके लिए एक खुशखबरी बन सकतीहै. क्योंकि गुलाबी पर्ची होल्डर्स केलिए एक स्पेशल वेबसाइट शुरू कीगई है. यह वेबसाइट उन लोगों कोजॉबलेस होने पर केवल काउंसलिंगबल्कि आईटी सेक्टर में वेकेंट पोस्टकी भी जानकारी देगी. दिलचस्प यहहै कि यह साइट भी आईटीप्रोफेशनल्स द्वारा ही लॉन्च की गई है. दरअसल रिसेशन की वजह से यहसेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है. जाने कितनों को अपनी जॉब से हाथधोना पड़ा और कितनों को कम पैकेजपर डबल ड्यूटि करनी पड़ रही है. यहांतक कि कईयों ने तो सुसाइड की भीकोशिश की. इन सारे दृश्यों को देखतेहुए यहां के सात पेशेवरों ने यह साइटलॉन्च करने का फैसला किया. उनकामानना है कि यह साइट आईटी एवंआईटीज (बिजनेस प्रोसेसआउटसोर्सिंग) कम्युनिटी के लोगों कीसहायता की पूरी सहायता करेगी. टीमके चीफ टीएन थंडवा गोड्डा ने कहा, यह विचार तीन महीने पहले आयाजब हमें अखबार की खबरों से पताचला कि दो आईटी प्रोफशनल्स नेबंगलुरू और एक ने चेन्नई में सुसाइडकर लिया. यह इस सेक्टर के लिए बड़ीबात थी.
एक प्लेटफार्म मिलेगा
गोड्डा ने कहा, इस पोर्टल के माध्यमसे आईटी प्रोफेशनल्स के लिए हमनेएक प्लेटफार्म तैयार किया है जहांउनके विचार एवं उनकी कंपनियों मेंपोस्ट वेकेंसी से संबंधित सूचनाएंसाझा की जाएंगी. उन्होंने कहा किअपने प्रतिष्ठानों में रिक्तियों की सूचनादेना एक अद्भुत मॉडल है और ऐसेअवसर जाबसाइट्स पर नहीं मिलते. इंडस्ट्री सोर्स का हवाला देते हुए गोड्डाने कहा कि पिछले महीने बंगलुरू मेंतीन हजार आईटी जॉब्स खत्म होगई. इससे पहले यह संख्या औरअधिक थी. दुर्भाग्य से जिन्हें गुलाबीपर्ची मिली उन्हें फिर कहीं अवसर नहींमिला. गोड्डा ने कहा, यह वेबसाइटसिर्फ नौकरी पाने के लिए नहीं है. हमआर्थिक मंदी पर बात कर सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि वेबसाइट काअच्छा रिस्पांस मिल रहा है और हरमहीने इसे एक लाख हीट्स मिल रहेहैं.
नए वेब फोरम की खूबियां
टीम ने अपनी नई वेब फोरम कीखुबियों के बारे में बताया कि इसमेंइंट्रस्टिंग सेक्शन हैं। जैसे रिसेशनफोरम में फाइनेंशियल रिसेशन सेसंबंधित जानकारी साझा की जासकती है. हॉट जाब्स: हेल्पिंग हैंड सेनौकरी तलाश करने वालों को लाभ होसकता है. इंडिया एंड रिसेशन में मंदीसे जूझने के लिए कई सुझाव हैं. न्यूजअपडेट में इंडस्ट्री से संबंधित ताजाखबरें है जिससे इंडस्ट्री मेंहाल-फिलहाल की घटनाओं से अपनेको अपडेट रखा जा सकता है.



यह सामग्री
http://www.inext.co.in/epaper/default.aspx से ली हैं।
अगले साल खुलेगा नौकरियों का खजाना अगले साल खुलेगा नौकरियों का खजाना Reviewed by Brajmohan on 11:47 AM Rating: 5

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