लव रिलेशन में प्यार और तकरार का सिलसिला तो हमेशा चलता रहता है. कभी गर्ल का पलड़ा भारी, तो कभी ब्वॉय का. कुछ बातें ऐसी हैं जिनपर ब्वॉयज का मानना है कि गर्ल्स उन पर एक तरीके से रिएक्ट करती हैं. 4गर्ल्स किसी न किसी बात के कमिटमेंट के लिए ब्वॉयज को मजबूर करती हैं. 4रिश्ते के शुरुआती दौर में अगर आप उनके साथ डेटिंग पर हैं, तो यह समझने की भूल न करें कि उन्हें आपसे प्यार है. 4गर्ल्स कभी खुद कुछ नहीं कहतीं, हमेशा आपके कहने का इंतजार करती हैं. 4गर्ल्स हर बात को सीरियसली लेती हैं, इसलिए ब्वॉयज को सोच-संभलकर बोलना पड़ता है. 4गर्ल्स बहुत जल्दी सॉरी फील करती हैं, जबकि ब्वॉयज को इसमें थोड़ा समय लगता है. To Fix A Broken Heartदिल टूटना काफी लंबे समय तक जिंदगी पर असर डालता है. किसी के टूटे दिल को जोड़ना भी बेहद मुश्किल काम होता है. अगर आप ऐसे किसी व्यक्ति की जिंदगी से जुड़ना चाहते हैं जो रिश्तों में ठेस खाए बैठा है, तो आपको बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
दिल का टूटना उतना ही कॉमन है जितना किसी से प्यार करना. मगर दिल पर चोट खाने के बाद इंसान की जिंदगी में कई तरह के बदलाव आते हैं. इसका असर महिलाओं और पुरुष दोनों पर होता है. लेकिन महिलाएं ब्रेकअप को आसानी से एक्सेप्ट कर लेती हैं. जबकि पुरुषों के केस में ऐसा नहीं है. वो इस बात का बदला लेने की कोशिश करते हैं या खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं.
रिश्ते यूं ही नहीं टूटते. उनके टूटने के पीछे कई कारण होते हैं. सबसे पहले इसका कारण जानने की कोशिश करें. रिश्ता टूटने से आहत व्यक्ति के सामने इन बातों को दोहराने की कोशिश न करें. वह बातें दोहराने से आप उनकी तकलीफ कम करने के बजाय और बढ़ा देंगे.
हो सकता है कि सामने वाले को सच्चाई स्वीकारने में प्रॉबलम हो. लेकिन उसे समझाऐं कि पहला रिश्ता खत्म हो चुका है और उसे भूल जाना ही बेहतर है. दो रिश्ते एक साथ नहीं चला करते, एक के खत्म होने पर ही दूसरे की नींव पड़ती है. प्यार का रिश्ता पांच दौर से गुजरता है- डिनाई, एंगर, बार्गेनिंग, डिप्रेशन और एक्सेप्टेंस.
इस तरह के रिश्ते ज्यादा केयर मांगते हैं. जब आप उनका ख्याल करने लगते हैं, तो वो आप में ही प्यार तलाशना शुरू कर देते हैं. आपका उनके प्रति जितना पॉजिटिव रवैया होगा वो उतना जल्दी आपके साथ सहज होंगे.
प्यार और नाराजगी हर रिश्ते में होती है. यही दोनों चीजें रिश्ते को मजबूती और नयापन देती हैं. मगर आपसे किसी की उम्मीदें बढ़ जाने का मतलब है कि नाराजगी के चांस भी उतने ही बढ़ गए हैं. लेकिन एक बार विश्वास गहरा हो जाने के बाद रिश्ता नॉर्मल होता है .
यह सामग्री http://www.inext.co.in/epaper/default.aspx से ली हैं।
दिल का टूटना उतना ही कॉमन है जितना किसी से प्यार करना. मगर दिल पर चोट खाने के बाद इंसान की जिंदगी में कई तरह के बदलाव आते हैं. इसका असर महिलाओं और पुरुष दोनों पर होता है. लेकिन महिलाएं ब्रेकअप को आसानी से एक्सेप्ट कर लेती हैं. जबकि पुरुषों के केस में ऐसा नहीं है. वो इस बात का बदला लेने की कोशिश करते हैं या खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं.
रिश्ते यूं ही नहीं टूटते. उनके टूटने के पीछे कई कारण होते हैं. सबसे पहले इसका कारण जानने की कोशिश करें. रिश्ता टूटने से आहत व्यक्ति के सामने इन बातों को दोहराने की कोशिश न करें. वह बातें दोहराने से आप उनकी तकलीफ कम करने के बजाय और बढ़ा देंगे.
हो सकता है कि सामने वाले को सच्चाई स्वीकारने में प्रॉबलम हो. लेकिन उसे समझाऐं कि पहला रिश्ता खत्म हो चुका है और उसे भूल जाना ही बेहतर है. दो रिश्ते एक साथ नहीं चला करते, एक के खत्म होने पर ही दूसरे की नींव पड़ती है. प्यार का रिश्ता पांच दौर से गुजरता है- डिनाई, एंगर, बार्गेनिंग, डिप्रेशन और एक्सेप्टेंस.
इस तरह के रिश्ते ज्यादा केयर मांगते हैं. जब आप उनका ख्याल करने लगते हैं, तो वो आप में ही प्यार तलाशना शुरू कर देते हैं. आपका उनके प्रति जितना पॉजिटिव रवैया होगा वो उतना जल्दी आपके साथ सहज होंगे.
प्यार और नाराजगी हर रिश्ते में होती है. यही दोनों चीजें रिश्ते को मजबूती और नयापन देती हैं. मगर आपसे किसी की उम्मीदें बढ़ जाने का मतलब है कि नाराजगी के चांस भी उतने ही बढ़ गए हैं. लेकिन एक बार विश्वास गहरा हो जाने के बाद रिश्ता नॉर्मल होता है .
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To Fix A Broken Heart
Reviewed by Brajmohan
on
12:03 PM
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