formulas for success fig. |
बिजनेस में आपकी कम्यूनिकेशन स्किल्स का इम्पॉर्टेट रोल होता है. टाइम पर प्रोजेक्ट कंप्लीट करके आप क्लाइंट को तो खुश करते ही हैं साथ ही फ्यूचर प्रोजेक्ट्स के लिए भी रिलेशन मेंटेन कर सकते हैं. आपकी कम्यूनिकेशन स्किल्स ही क्लाइंट और आपके रिलेशन को बेहतर रखती है.
2.Portfolio:
वेब डेवलपर के लिए पोर्टफोलियो एक इम्पॉर्टेट पार्ट है. आपके बहुत से क्लाइंट्स आपसे पोर्टफोलियो की डिमांड करेंगे. क्लाइंट इससे आपके वर्क एक्सपीरियंस को तो जानता ही है साथ ही क्लाइंट की एक्सपेक्टेशंस का आइडिया भी आपको मिल जाता है. अपना टैलेंट दिखाने और क्लाइंट को इम्प्रेस करने का ये अच्छा तरीका है.3. Marketing Your Services:
मार्केटिंग बिजनेस के लिए एक जरूरी आस्पेक्ट है. लेकिन शुरू में ही ज्यादा मार्केटिंग करके अगर आपने काफी इंवेस्टमेंट कर दिया तो आपको लॉस भी हो सकता है. शुरुआत में आप चाहें तो ब्लॉग, ट्विटर या सोशल नेटवर्किग साइट्स के जरिए अपनी पब्लिसिटी कर सकते हैं. इसमें आपका बहुत ज्यादा इंवेस्टमेंट भी नहीं होगा और आपको बिजनेस बढ़ाने की अपॉर्च्युनिटी भी मिलेगी.वेब डिजाइनिंग एक टीम वर्क है. इसमें वेब डिजाइनर, वेब कंटेंट राइटर, फ्लैश डिजाइनर, एचटीएमएल एंड जावा प्रोग्रामर, ग्रॉफिक डिजाइनर और वेब प्लानर मेन रोल में होते हैं.
कुछ ऑर्गनाइजेशन अपनी वेबसाइट डेवलप करने के लिए इन प्रोफेशनल्स को हायर करते हैं जबकि कुछ कांट्रैक्ट बेसिस पर किसी वेब डेवलपर कम्पनी को प्रोजेक्ट देते हैं. वेब डेवलपिंग कम्पनीज अपनी सर्विसेज के लिए ऑर्गनाइजेशन से डेवलपिंग और मेंटेनेंस चार्ज लेती हैं. पब्लिक सेक्टर की ज्यादातर कम्पनियों की वेबसाइट वेबडेवलपिंग ऑर्गनाइजेशंस के थ्रू ही ऑपरेट होती हैं. इसके चलते इसमें बिजनेस और जॉब दोनों के ऑप्शन अवेलेबल हैं.
3.Proper Training Required
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए आपको प्रॉपर स्टडी, ट्रेनिंग और थोड़ी क्रिएटिविटी की जरूरत भी होती है. बहुत से प्राइवेट टेक्निकल इंस्टीट्यूशन वेब डेवलपिंग का कोर्स रन कराते हैं जिसमें flash, animation, html, css, javascript और smarty लैंग्वेज की स्टडी कराई जाती है. इसके अलावा एक प्रॉपर वेब डिजाइनिंग कोर्स में डिजाइनिंग ऑस्पेक्ट्स, ग्राफिक्स और लेआउट की जानकारी भी दी जाती है जैसे-कलर थ्योरी, आर्टवर्क, वेबसाइट का थीम से मैच होना, साइट का डिजाइन फ्लो वगैरह. अगर आपने कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग किया हैं तो यह आपके इस प्रोफेशन के लिए एक्स्ट्रा एडवांटेज होगा.4.After The Course
कोर्स के बाद आप वेब डेवलपिंग कम्पनीज जैसे- Infosys, Wipro, Smartech, Zensaar, Cognizant, Harbinger and Upside Learning वगैरह में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं क्योंकि बिना ऐक्सपीरियंस के बिजनेस इस्टेब्लिश करना थोड़ा टफ है. ये कम्पनियां आपको इस फील्ड में प्रोफेशनल ट्रेनिंग भी प्रोवाइड कराते हैं जो आपके टेक्निकल स्किल्स को एन्हैंस करने में काफी हेल्प करेगा. इसके अलावा आपके पास फ्रीलांसिंग का भी ऑप्शन है. कई कम्पनियां अपनी वेबसाइट डिजाइन कराने के लिए स्किल्ड वेब डिजाइनर्स की तलाश करती हैं. आप चाहें तो वेब डेवलपिंग कम्पनीज के अलावा किसी एडवर्टाइजिंग कम्पनी, पब्लिशिंग कम्पनी, ऑडियो विजुअल मीडिया, डिजाइन स्टूडियोज, प्रिंटर्स एंड टाइपसेंटर्स, डिपार्टमेंटल स्टोर्स, मार्केटिंग फर्म्स, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में फ्रीलांसिंग कर सकते हैं.5.Starting Your Own Business
एक्सपीरियंस होने के बाद आप खुद की डेवलपिंग कम्पनी भी खोल सकते हैं. आपका वर्क एक्सपीरिएंस आपके बिजनेस को रन करने में काफी हेल्प करेगा, बस जरूरत है थोड़ी प्लानिंग की. वेब डेवलपिंग कम्पनी आप छोटे से इंवेस्टमेंट से शुरू कर सकते हैं. आप अपनी कम्पनी घर से ही ऑपरेट कर सकते हैं और इसके लिए आपको बस एक इंटरनेट कनेक्शन और एक लैपटॉप या कंप्यूटर की जरूरत होगी.उसके बाद सबसे जरूरी काम है अपनी कम्पनी का नाम रजिस्टर करवाना उसके बाद ही आप अपना काम स्टार्ट कर सकते हैं. फ्रेशर्स के लिए इम्पॉटर्ट है कि वो डमी वेबसाइट बना कर अपने क्लाइंट्स को दिखाएं.
अब आप अपनी कम्पनी को वेब पर एडवर्टाइज कर सकते हैं
सफलता के लिए सूत्र
Reviewed by Brajmohan
on
12:18 PM
Rating:
No comments:
Comment Me ;)