अगर आप सोचते हैं कि शहर की धूल-धक्कड़ में बाहर नहीं निकलने से अस्थमा जैसी बीमारी से बच जाएंगे तो आप गलत हैं. सच तो ये है कि घर के अंदर एयर कंडीशनर की हवा भी आपको उतनी ही तेजी से अस्थमा दे सकती है जितना कि आउटडोर पॉल्यूशन. ये तथ्य एक संस्था द्वारा जारी सर्वे रिपोर्ट में सामने आए. रिपोर्ट में ये हैरतंगेज तथ्य मिला कि देशभर में कानपुर और बंगलुरू में अस्थमा के पेशेंट सबसे तेज गति से बढ़ रहे हैं.
सर्वे में हुआ खुलासा
4 मई को अस्थमा डे के मौके पर सिटी में कई संगठन और डॉक्टर्स अवेयरनेस प्रोग्राम करेंगे. इसकी जानकारी देने के लिए आर्गनाइज्ड प्रेस कांफ्रेंस में चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. एसके कटियार ने बताया कि पिछले साल आई आईसीएमआर की एक सर्वे रिपोर्ट में यह बताया गया था कि कानपुर और बंगलुरू में अस्थमा पेशेंट्स की संख्या अधिकतम है. ढाई परसेंट लोगों में अस्थमा पाया गया. यह सर्वे ढाई साल में बंगलुरू कानपुर, दिल्ली और चंडीगढ़ में कराया गया था.
एसी में लाईजन लॉ बैक्टीरिया
डॉ. कटियार के अनुसार सिटी में खुदी सड़कों से उड़ती धूल और स्मोकिंग से भी अस्थमा के पेशेंट बढ़ रहे हैं, पर एसी से निकलने वाली हवा में लाइजन लॉ बैक्टीरिया होते हैं. कूलिंग होने पर यह बैक्टीरिया और पनपता है. इससे भी अस्थमा होने का खतरा रहता है. इसमें भी सेन्ट्रलाइज्ड एसी इस मामले में ज्यादा हार्मफुल होता है. सिटी में हर साल 1 परसेंट नए लोग अस्थमा की चपेट में आते हैं. इस समय करीब 1.25 लाख लोग अस्थमा से पीड़ित हैं.
सर्वे में हुआ खुलासा
4 मई को अस्थमा डे के मौके पर सिटी में कई संगठन और डॉक्टर्स अवेयरनेस प्रोग्राम करेंगे. इसकी जानकारी देने के लिए आर्गनाइज्ड प्रेस कांफ्रेंस में चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. एसके कटियार ने बताया कि पिछले साल आई आईसीएमआर की एक सर्वे रिपोर्ट में यह बताया गया था कि कानपुर और बंगलुरू में अस्थमा पेशेंट्स की संख्या अधिकतम है. ढाई परसेंट लोगों में अस्थमा पाया गया. यह सर्वे ढाई साल में बंगलुरू कानपुर, दिल्ली और चंडीगढ़ में कराया गया था.
एसी में लाईजन लॉ बैक्टीरिया
डॉ. कटियार के अनुसार सिटी में खुदी सड़कों से उड़ती धूल और स्मोकिंग से भी अस्थमा के पेशेंट बढ़ रहे हैं, पर एसी से निकलने वाली हवा में लाइजन लॉ बैक्टीरिया होते हैं. कूलिंग होने पर यह बैक्टीरिया और पनपता है. इससे भी अस्थमा होने का खतरा रहता है. इसमें भी सेन्ट्रलाइज्ड एसी इस मामले में ज्यादा हार्मफुल होता है. सिटी में हर साल 1 परसेंट नए लोग अस्थमा की चपेट में आते हैं. इस समय करीब 1.25 लाख लोग अस्थमा से पीड़ित हैं.