TOKYO (31 Oct, Agency): जापान में एक मां द्वारा अपनी बेटी को आठ साल तक घर में कैद रखने का मामला सामने आया है. दो साल पहले खुले इस मामले को लोकल अफसरों ने अब तक दबाए रखा था. नॉर्थ सपोरो सिटी के अफसरों के मुताबिक 21 वर्षीय इस युवती को उसकी मां ने 1998 में घर में कैद कर दिया था. तब उसकी एज महज 11 वर्ष थी. 2006 में एक पड़ोसी की शिकायत के बाद उसे मां की कैद से मुक्त कराया गया.
सपोरो के मेयर के स्पोक्समैन हिसाशी ओकादा ने गुरुवार को यहां बताया कि इस मामले को पहले गुप्त रखने की योजना बनाई गई थी ताकि युवती की पहचान न हो सके लेकिन, लोकल मीडिया द्वारा मामला उजागर होने के बाद सरकार ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर इस घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि युवती अपनी याददाश्त खो चुकी है. सरकार उसके पुनर्वास के प्रयास कर रही है. उत्पीड़न के लक्षण उसमें साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. युवती की सोचने-समझने की क्षमता किसी छह साल के बच्चे जितनी है. जब वह तीसरी क्लास में थी तभी उसकी मां ने उसे पढ़ाई के लिए भेजना कर कर दिया. अफसरों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मां ने लड़की को घर में कैद क्यों कर रखा.
यह सामग्री http://www.inext.co.in/epaper/default.aspx से ली हैं।
सपोरो के मेयर के स्पोक्समैन हिसाशी ओकादा ने गुरुवार को यहां बताया कि इस मामले को पहले गुप्त रखने की योजना बनाई गई थी ताकि युवती की पहचान न हो सके लेकिन, लोकल मीडिया द्वारा मामला उजागर होने के बाद सरकार ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर इस घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि युवती अपनी याददाश्त खो चुकी है. सरकार उसके पुनर्वास के प्रयास कर रही है. उत्पीड़न के लक्षण उसमें साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. युवती की सोचने-समझने की क्षमता किसी छह साल के बच्चे जितनी है. जब वह तीसरी क्लास में थी तभी उसकी मां ने उसे पढ़ाई के लिए भेजना कर कर दिया. अफसरों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मां ने लड़की को घर में कैद क्यों कर रखा.
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