BEIJING (20 Nov, Agency): देश में भले ही इस साल अरबपतियों की संख्या दोगुनी हो गई है, लेकिन पड़ोसी देश चीन को भी कम नहीं आंका जा सकता. धीरे-धीरे कम्युनिस्ट देश करोड़पतियों का देश बनता जा रहा है. एक स्टडी के मुताबिक ग्लोबल रिसेशन के बावजूद इस साल यहां करोड़पतियों की संख्या 4 लाख 50 हजार को पार कर जाएगी.गुरुवार को फोर्ब्स ने भारत के सौ सबसे अमीर लोगों की लिस्ट जारी की थी. इसमें यह फैक्ट उजागर हुआ था कि हमारे यहां के टॉप-10 धनकुबेरों की प्रॉपर्टी चीन के 10 सबसे ज्यादा अमीरों की तुलना में करीब चौगुनी है. यह डेटा निश्चित ही तमाम भारतीयों के लिए फख्र की बात हो सकती है. लेकिन यह तुलना चंद मुट्ठीभर लोगों की है. सच यह है कि जिस तरह से चीन में करोड़पति बढ़ रहे हैं, उससे हमें मुंह नहीं चुराना चाहिए.बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) के आंकड़ों के मुताबिक मंदी के बावजूद चीन में लोगों की पर्सनल प्रॉपर्टी लगातार बढ़ रही है. बीसीजी ग्रेटर चाइना के मैनेजिंग डायरेक्टर फ्रेकी लींग ने कहा कि धन के मामले में चीन सबसे का सबसे अधिक संपन्न बाजार है.